मैं भटकता बहुत हूँ..

मुझसे पीछा छुड़ाने की साजिश रची,हर दफा बात का बस बतंगड़ किया।मुझसे लड़ने झगड़ने का ढूंढा बहाना,जख़्मी मुझको ही अंदर ही अंदर किया।जाते जाते मढ़ा मेरे माथे इल्ज़ाम,कि मैं उनसे झगड़ता बहुत हूँ.. खुद के अपमान का घूंट पीकर भी मैं,टूटते रिश्ते को बस बचाता गया।अच्छा था जब तलक चुप मैं सुनता रहा,जैसे बोला तो मैं बदतमीज हो गया।करके मजबूर, उकसा के मुझको सदा,कहते है … Continue reading मैं भटकता बहुत हूँ..

Foundations of Healthy Relationship

In a relationship, love, trust, empathy, quality time, and appreciation are undoubtedly important factors that contribute to its health and success. However, there are several other aspects that also play a vital role in fostering a healthy relationship. These additional elements add depth and resilience to the connection between two individuals. By exploring these aspects, we can gain a more comprehensive understanding of what it … Continue reading Foundations of Healthy Relationship

जरूरी तो नही..

होगी हजारों चाहते तेरी जुड़ी किसी शख़्स से, पर हर कोई तुझको भी चाहे ये जरूरी तो नही जज़्बात हर किसी के समझता था तू भले ही मगर हर कोई तुझको भी समझ पाए जरूरी तो नही छलके थे उनके जो आंसू , तू भी संग में रोया था पर हर कोई तुझको रुलाकर रोए, जरूरी तो नही तु हमेशा खुद से पहले उनकी खिदमत … Continue reading जरूरी तो नही..

मैं बदलने लगा हूँ..

अब रुक जाता हूँ कुछ करने से पहले, सोचने लगता हूँ कुछ कहने से पहले, दो पल की ये ज़िंदगी, इतनी आसां नही, ठोकरें खाकर अब संभलने लगा हूँ.. क्या मैं भी बदलने लगा हूँ..? अब बात बात पर वो हंसी नही झलकती, हर रात की तरह अब वो रातें नही गुजरती, पहले वक़्त भी ढल जाता था मेरे मुताबिक, अब वक्त के साथ मैं … Continue reading मैं बदलने लगा हूँ..