फासलें बढ़ गए, अब बस दूरी रह गई
तेरी मेरी दास्तां कुछ अधूरी रह गई,
अधूरा सा रह गया वो बारिश का मौसम,
मेरे हिस्से की बारिश अधूरी रह गई..
❤❤❤
फासलें बढ़ गए, अब बस दूरी रह गई
तेरी मेरी दास्तां कुछ अधूरी रह गई,
अधूरा सा रह गया वो बारिश का मौसम,
मेरे हिस्से की बारिश अधूरी रह गई..
❤❤❤